इंतजार खत्म! शिक्षक भर्ती का नोटिफिकेशन जारी आवेदन फॉर्म शुरू, शिक्षा मित्रों को भर्ती में मिलेगा वेटेज

उत्तराखंड में प्राथमिक स्कूलों में टीचर बनने का इंतजार करने वाले अभ्यर्थियों का इंतजार समाप्त हो चुका है राज्य में प्राथमिक शिक्षकों की बंपर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है और विज्ञापन भी जारी हो चुका है जो भी इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन करने का इंतजार कर रहे थे तो अपना आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।


उत्तराखंड राज्य में प्राथमिक शिक्षकों के 3600 पदों पर जिलेवार भर्ती शुरू की गई है जिलेवार विज्ञापन निकाले जा रहे हैं जो भी इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन करना चाहते हैं तो विज्ञापन में दी गई सभी सेवा शर्तों और महत्वपूर्ण जानकारी को पढ़ने के बाद आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।

प्राथमिक शिक्षक भर्ती के पद पर आवेदन के लिए शैक्षिक और प्रशिक्षण अर्हता

भारत में विधि द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय में स्नातक की उपाधि उत्तीर्ण की हो तथा राज्य के किसी भी जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान से प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में दो वर्षीय डिप्लोमा डीएलएड जो बीटीसी के नाम से भी जाना जाता है अथवा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में दो वर्षीय डिप्लोमा डीएलएड या चार वर्षीय डीएलएड प्रशिक्षण संबंधी अभिलेख अभ्यर्थियों को प्राप्त हो चुके हो तो आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।

शिक्षामित्रो को भर्ती में मिलेगी वरीयता

राजकीय प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत ऐसे शिक्षामित्र जो नियुक्ति के लिए पात्र होंगे उन्हें सेवा नियमावली के अनुसार शिक्षा अनुबंध के अंक प्रदान किए जाएंगे इसके लिए उन्हें उप शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्गत अनुभव प्रमाण पत्र लगाना होगा राजकीय प्राथमिक विद्यालय में संविदा पर कार्यरत शिक्षामित्र जिन्होंने राज्य सरकार द्वारा दो वर्षीय बीटीसी और अध्यापक पात्रता परीक्षा पास की हो अथवा ऐसे शिक्षामित्र जिन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से 2 वर्षीय डीएलएड प्रशिक्षण अथवा अध्यापक पात्रता परीक्षा पास की हो तथा जो संविदा में नियुक्ति के समय निर्धारित अधिकतम आयु से अधिक ना हो उन्हें इस भर्ती में वेटेज दिया जाएगा।

आयु सीमा

इस भर्ती में आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी की आयु 1 जुलाई 2023 को 21 वर्ष से कम और 42 वर्ष से अधिक ना हो परंतु ऐसे अभ्यर्थी जो उत्तराखंड राज्य की अनुसूचित जातियों अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अन्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के मामले में अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

जो भी इच्छुक अभ्यर्थी भर्ती में आवेदन करना चाहते हैं तो नोटिफिकेशन में दिए गए नियम अनुसार अपना आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।

जल्द होने वाले हैं शिक्षकों के ट्रांसफर, इस वजह से सरकार ने लिया फैसला

सरकारी स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों के अनुपात को बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शासन स्तर से जिन प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की संख्या कम हैं और वहां शिक्षक ज्यादा हैं, ऐसे में वहां से शिक्षकों को हटाते हुए अधिक बच्चों वाले स्कूलों में भेजा जाएगा।


 इस संबंध में छात्र संख्या के आधार पर मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों और बच्चों का ब्योरा दुरुस्त करने के आदेश दिए गए हैं। जिससे पोर्टल से ही शिक्षकों के एक स्कूल से दूसरे स्कूल में स्थानांतरण किया जा सकें।

कहीं 25 छात्र पर 4 टीचर, कहीं 200 पर 1

गौतमबुद्ध नगर में 511 सरकारी स्कूल है, जिसमें एक लाख के करीब बच्चे पढ़ाई कर रहे है। सरकारी स्कूलों में 30 बच्चों पर एक शिक्षक का होना अनिवार्य है। हर जनपद में काफी संख्या में स्कूल हैं, जहां पर शिक्षकों और बच्चों का अनुपात बराबर नहीं है।

कई स्कूलों में बच्चों की संख्या 25 से 30 है और शिक्षकों की संख्या 4 से 5 है। इसके बीच कई स्कूल ऐसे भी हैं, जहां बच्चों की संख्या 200 से 300 है और शिक्षकों की संख्या एक या दो है। विभाग का प्रयास है कि इस अनुपात में सुधार किया जाए।

बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA- Basic Shiksha Adhikari) राहुल पंवार ने बताया कि चारों ब्लॉक के 15 से अधिक स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है। उन लोगों को नोटिस जारी किया गया है। साथ ही बच्चों की संख्या कम होने का कारण पूछा गया है। बच्चों की संख्या के अनुसार शिक्षकों की संख्या के अनुपात पर जोर है। बाक़ी समायोजन की प्रकिया शासन स्तर से रहती है। दोनों के अनुपात को बेहतर बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।

लंबे समय से नहीं हो पाया है समायोजन

करीब डेढ़ दशक से समायोजन न होने के कारण विद्यालयों में शिक्षकों का अनुपात काफी खराब हो चुका है। गैर जनपद स्थानांतरण और सेवानिवृत्त होने से कई स्कूलों में शिक्षकों की संख्या कम हो गई। लेकिन छात्र संख्या पहले जैसे होने से पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है।



विद्यालय अवधि में किसी अन्य गतिविधि में नहीं होंगे शामिल होंगे शिक्षक, सत्र में चार बार छात्र- छात्राओं का किया जाएगा मूल्यांकन

लखनऊ:  बेसिक शिक्षा विभाग ने पहली बार अपने यहां भी शैक्षिक कैलेंडर जारी किया है। विभाग ने इसमें हर महीने पाठ्यक्रम को बांटकर पढ़ाई कराने, चार बार छात्रों के मूल्यांकन कराने, अलग अलग गतिविधियों व खेलकूद के आयोजन के लिए समय निर्धारित किया है। साथ ही यह भी कहा है कि प्रार्थना सभा में सभी शिक्षक उपस्थित रहेंगे और बच्चों के साथ प्रतिदिन अपनी फोटो लेंगे।


अभी तक माध्यमिक शिक्षा विभाग ही अपने यहां शैक्षिक कैलेंडर जारी करता था। इस बार बेसिक शिक्षा विभाग ने कैलेंडर जारी कर पठन-पाठन के साथ साथ छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया है। इसमें तय किया गया है कि सभी शिक्षक प्रार्थना सभा में शामिल होंगे। प्रधानाध्यापक बच्चों के साथ प्रार्थना स्थल की फोटो प्रतिदिन लेंगे। इसे खंड शिक्षा अधिकारी को भेजेंगे और टैबलेट में सुरक्षित रखेंगे।

विभाग ने हर महीने का पाठ्यक्रम निर्धारित करते हुए उसी महीने में अनिवार्य रूप से पूरा करने को कहा है। महापुरुषों के जन्मदिन पर उनके योगदान पर प्रार्थना सभा के बाद चर्चा की जाएगी। साथ ही निबंध, पोस्टर व वाद-विवाद प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।

विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनका स्वास्थ्य कार्ड तैयार किया जाएगा। सभी विद्यालयों में वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा। विभाग ने शिक्षक-अभिभावक बैठकों, प्रबंध समिति की बैठकों, परीक्षाओं की तिथि भी इसमें तय कर दी है। 

इतना ही नहीं विभाग ने कहा है कि कक्षा एक से आठ तक बच्चों के सतत मूल्यांकन पर बल दिया जाएगा। सत्र में चार बार छात्र- छात्राओं का मूल्यांकन किया जाएगा। अगस्त व दिसंबर में सत्रीय परीक्षा, अक्तूबर में छमाही व मार्च में वार्षिक परीक्षा होगी।

 बच्चों को पढ़ाई के साथ सामाजिक गतिविधियों व चीजों के प्रति जागरूक किया जाएगा। आत्मरक्षा प्रशिक्षण, आउटडोर गतिविधियां, बाल मेला, पारंपरिक खेलकूद का भी आयोजन होगा।

परिषदीय स्कूलों में बाला पेंटिंग इस तरीके से करवानी है विभागीय निर्देश 

 परिषदीय स्कूलों में बाला पेंटिंग इस तरीके से करवानी है विभागीय निर्देश 






















निपुण विद्यालय आकलन के 3 Round होंगे

 

1. *_अक्तूबर 2024* , *दिसंबर 2024* , *फ़रवरी 2025_* 

2. _सितंबर एवं नवंबर 2024 में प्रधानाध्यापक द्वारा नामांकन एवं फ़रवरी 2025 में शेष विद्यालयों का आकलन_ 

3. _HM अपना नामांकन BEO को प्रेषित करें तथा ब्लॉक टीम द्वारा विद्यालय का आकलन अपने स्तर से किया जाये_ 

4. _ब्लॉक टीम द्वारा नामांकित विद्यालयों के निपुण status के परीक्षण के उपरांत ही अंतिम सूची परियोजना को प्रेषित करे_



*Round 1* 

 *नामांकनः सितंबर 2024*

*आकलनः अक्तूबर 2024*

*Round 2* 

 *नामांकनः नवंबर 2024*

*आकलनः दिसंबर 2024*

*Round 3* 

 *आकलनः फ़रवरी 2025* 

 *Round 1 एवं Round 2 के शेष विद्यालय*

_ब्लॉक के *80% विद्यालय* निपुण_ 

 *निपुण ब्लॉक कहलायेगा*