TET for Teacher's: टीचर्स डे से पहले शिक्षकों को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, नौकरी बचानी है तो पास करनी होगी ये परीक्षा

सुप्रीम कोर्ट की ओर से जस्टिस दिपांकर दत्ता और ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह की बेंच ने 1 सितंबर को शिक्षक पात्रता परीक्षा के संबंध में बड़ा निर्णय दिया। सर्वोच्च न्यायालय ने अपने निर्णय में कहा कि जिनके पास 5 साल से अधिक की सेवा बची है, उन्हें अनिवार्य रूप से TET पास करना होगा। टीईटी को लेकर सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश शिक्षा प्रणाली में गुणवत्ता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। हालांकि जिन शिक्षकों की सेवा सेवानिवृत्ति में सिर्फ 5 साल से कम शेष है, वे बिना TET पास किए भी कार्यरत रह सकते हैं। 


टीईटी को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला

कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि जो शिक्षक परीक्षा पास नहीं कर पाएंगे, वे या तो सेवा छोड़ सकते हैं या फिर अनिवार्य सेवानिवृत्ति लेकर टर्मिनल बेनिफिट्स (सेवा लाभ) प्राप्त कर सकते हैं। यह फैसला तमिलनाडु और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों से आई याचिकाओं को लेकर दिया गया है।

बता दें कि नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने 2010 में यह न्यूनतम योग्यता तय की थी कि कक्षा 1 से 8 तक पढ़ाने वाले शिक्षकों को नियुक्ति के लिए TET पास करना जरूरी होगा। इसके बाद से ही यह परीक्षा किसी भी अध्यापक की शिक्षण गुणवत्ता सुनिश्चित करने का माध्यम मानी जाती है।

क्या अल्पसंख्यक संस्थानों में भी चलेगा TET वाला नियम?

सर्वोच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि क्या राज्य सरकारों की ओर से अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ाने वालों पर भी TET अनिवार्य कर सकती है और यह उनके अधिकारों को किस हद तक प्रभावित करेगा, इस बारे में फैसला अब बड़ी बेंच करेगी। यानी सुप्रीम कोर्ट की ही बड़ी बेंच के पास यह केस रेफर कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश में 14 अगस्त से 4 दिन के लिए सभी स्कूल रहेंगे बंद

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने राज्य के अंदर 14 अगस्त से लेकर 16 अगस्त तक छुट्टी की घोषणा की है, लेकिन सभी शिक्षण संस्थान कुल मिलाकर 4 दिन के लिए यानी 17 अगस्त तक बंद रहेंगे। आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक, 14 और 15 अगस्त को सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे और 16 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है जबकि 17 अगस्त को रविवार की छुट्टी रहेगी। स्कूल-कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थान 18 अगस्त यानी सोमवार को खुलेंगे।


14 अगस्त को क्या है?

उत्तर प्रदेश में 14 अगस्त को मुसलमानों के पर्व चेहल्लुम के चलते छुट्टी का ऐलान किया गया है। चेहल्लुम एक शिया मुस्लिम उत्सव है, जो कर्बला की लड़ाई में इमाम हुसैन की शहादत की याद में आशूरा के 40वें दिन मनाया जाता है। इस उत्सव को लेकर 15 अगस्त के दिन राज्य के कई जिलों में जुलूस भी निकाला जाएगा।

15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी

15 अगस्त यानी शुक्रवार को न सिर्फupके अंदर बल्कि पूरे देश का राष्ट्रीय अवकाश होगा। 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्कूलों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और राष्ट्रीय अवकाश के उपलक्ष्य में अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दिन सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही सरकारी और निजी दफ्तर भी बंद रहेंगे।

16 अगस्त को क्या है?

शनिवार (16 अगस्त) को देशभर में श्री कृष्ण  जन्माष्टमी का उत्सव है। इसके चलते न सिर्फ यूपी में बल्कि पूरे देश में स्कूल-कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। जन्माष्टमी के दिन देशभर के मंदिरों में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्व मनाया जाएगा। इस दिन मंदिरों में काफी भीड़-भाड़ देखने को मिलती है।

इसके बाद 17 अगस्त को रविवार है जो कि साप्ताहिक अवकाश होता है। इस हिसाब से बच्चों को 4 दिन की छुट्टी मिलने वाली है।

UP : परिषदीय स्कूलों में तैनात होंगे जिला समन्वयक, चालीस हजार मिलेगा वेतन; जानिए पद की उम्र और योग्यता

 प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा परिषदीय विद्यालयों को निपुण बनाने के लिए चल रही कवायद को गति देने के लिए प्रदेश सरकार अब संविदा पर जिला समन्वयक (निपुण भारत मिशन) तैनात करेगी। हर जिले में एक समन्वयक की तैनाती की जाएगी। इनकी उम्र 21 से 45 साल के बीच होगी। इनको 40 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।


प्रदेश में अब तक की कवायद के तहत 48061 विद्यालयों को निपुण घोषित किया जा चुका है। जबकि प्रदेश में 1.33 लाख विद्यालय हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से संशोधित लक्ष्य के अनुसार अब सिर्फ कक्षा एक व दो के बच्चों को निपुण बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसको पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री निपुण भारत एसोसिएटस के तहत अस्थाई रूप से जिला समन्वयक तैनात किए जाएंगे।

बेसिक शिक्षा विभाग के उप सचिव आनंद कुमार सिंह की ओर जारी आदेश में कहा गया है कि इसके लिए शैक्षिक योग्यता एमबीए 60 फीसदी अंक के पास या पीजीडीएम में मास्टर डिग्री होना चाहिए। किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से एक साल का कंप्यूटर डिप्लोमा के साथ काम करने का दो साल का अनुभव होना चाहिए। बीएड व एमएड वालों को वरीयता दी जाएगी।

उन्होंने कहा है कि समग्र शिक्षा के तहत संविदा पर इनकी तैनाती के लिए डीएम की ओर से तैनात पांच सदस्यीय समिति आवेदकों के अभिलेखों का सत्यापन करेगी। इनकी दक्षता की जांच की जाएगी। 

वहीं जिला शिक्षा परियोजना समिति की अध्यक्षता में जेम पोर्टल के माध्यम से शासनादेश के अनुसार इनकी चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इस कवायद का असर ज्यादा से ज्यादा विद्यालयों को निपुण बनाने में मिलेगा।

JBT Teacher Recruitment 2025: जेबीटी टीचर पदों पर निकली भर्ती, ग्रैजुएट के लिए मौका

अगर आप भी शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं तो आपके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। समग्र शिक्षा चंडीगढ़ की ओर से जूनियर बेसिक टीचर (JBT) पदों पर उम्मीदवारों के आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस भर्ती प्रकिया के जरिए कुल 218 पदों पर उम्मीदवारों की नियुक्ति की जाएगी। जिसमें 111 पद अनारक्षित, 44 पद अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), 41 पद अनुसूचित जाति और 22 पद ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित हैं।


 इस भर्ती के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट ssachd.nic.in पर जाना होगा। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 7 अगस्त 2025 से शुरू होगी। आवेदन फॉर्म भरने की लास्ट डेट 28 अगस्त 2025 तय की गई है। ऑनलाइन आवेदन शुल्क भुगतान करने की अंतिम तिथि 30 अगस्त 2025 (दोपहर 2 बजे) तक तय की गई है।

शैक्षणिक योग्यता-

1. किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट या समकक्ष योग्यता प्राप्त की होनी चाहिए।

2. एनसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त न्यूनतम 02 वर्ष की अवधि का डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) (चाहे किसी भी नाम से जाना जाए)।

3. उम्मीदवारों ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) उत्तीर्ण की होनी चाहिए।

Samagra Shiksha Chandigarh JBT Recruitment 2025 Notification Link

आयु सीमा-

उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 37 वर्ष निर्धारित की गई है। उम्मीदवारों की आयु की गणना 1 जनवरी 2025 को आधार बनाकर की जाएगी। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट प्रदान की जाएगी।

वेतनमान-

उम्मीदवारों को हर महीने 45,260 रुपये वेतन के रूप में प्रदान किए जाएंगे।

आवेदन शुल्क-

आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को 1000 रुपये के शुल्क का भुगतान करना होगा। एससी कैटेगरी के उम्मीदवारों को 500 रुपये शुल्क का भुगतान करना होगा।

चयन प्रक्रिया-

उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होगा। इसके बाद मेरिट लिस्ट को तैयार किया जाएगा। परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। जिसके लिए उम्मीदवारों को 2 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाएगा।



Kendriya Vidyalaya Teacher : केंद्रीय एवं नवोदय विद्यालय में शिक्षकों की होगी नई भर्ती, यहाँ देखें

केंद्रीय विद्यालय संगठन और नवोदय विद्यालय समिति दोनों भारत सरकार द्वारा संचालित प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान है जो स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए जाने जाते हैं। यह दोनों विद्यालय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत होते हैं और यह आवासीय विद्यालय होते हैं। वर्तमान में भारत में लगभग 1250 से अधिक केंद्रीय विद्यालय एवं 650 से अधिक जवाहर नवोदय विद्यालय कार्यरत है। और सरकार द्वारा समय-समय पर इन विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है ताकि शिक्षा व्यवस्था अच्छी तरीके से बनी रहे।


वर्तमान में मिली नई जानकारी के अनुसार बता दे कि देश के विभिन्न केंद्रीय एवं नवोदय विद्यालय में 12000 से अधिक रिक्त पदों पर शिक्षक भर्ती का आयोजन कराया जाएगा। यह जानकारी सरकार द्वारा दी गई है जिसके अनुसार एनसीईआरटी में 146 और एनसीटीई में 60 पद रिक्त है इसके अलावा और स्थाई रूप से संविदा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति जारी है। तथा देशभर में विभिन्न कार्यरत नवोदय एवं केंद्रीय विद्यालय में वर्तमान में लगभग 12000 से अधिक रिक्त पद है जिसे सरकार द्वारा जल्द ही भरा जाना प्रस्तावित है इसके लिए केंद्र सरकार के शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी द्वारा राज्यसभा में लिखित रूप से जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।

केंद्रीय एवं नवोदय विद्यालय शिक्षक भर्ती लेटेस्ट अपडेट

वर्तमान में काफी युवा कैंडिडेट केंद्र सरकार की नौकरी लेना चाहते हैं और खास करके शिक्षक बनना चाहते हैं तथा केंद्रीय एवं नवोदय विद्यालय शिक्षक भर्ती का काफी समय से इंतजार कर रहे हैं उनके लिए खुशखबरी है और इन शिक्षक पदों पर जल्द ही प्रति का आयोजन कराया जाएगा। शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी द्वारा बताया गया है कि केंद्रीय विद्यालय संगठन में 7765 पद और नवोदय विद्यालय समिति में 4323 रिक्त पद है उनके लिए जल्द ही भर्ती प्रक्रिया का आयोजन करवाया जाएगा। 

वर्तमान में सेवानिवृत्ति, इस्तीफा, पद स्थानांतरण इत्यादि के कारण विद्यालय में कर्मचारियों की संख्या काफी कम हो गई है और इन पदों की पूर्ति हेतु प्रति प्रक्रिया लगातार चल रही है और जल्द ही ऑफिशल नोटिफिकेशन अलग-अलग राज्यों एवं जिलों के अनुसार जारी किया जाएगा।

शिक्षा राज्य मंत्री द्वारा यह भी बताया गया है कि शैक्षणिक गतिविधियों को सुचारू रूप से चलने के लिए अस्थाई तौर पर संविदा शिक्षकों की नियुक्ति का भी प्रावधान रखा गया है। और सरकार द्वारा सभी रिक्त पदों को भरने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं जिसके कारण देश में केंद्रीय और नवोदय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके।

वैकेंसी से संबंधित अन्य जानकारी

केंद्रीय विद्यालय संगठन एवं नवोदय विद्यालय समिति द्वारा भर्ती का आयोजन अपने संबंधित समिति एवं संगठन की ओर से करवाया जाएगा। इन विद्यालय में शिक्षक पदों का चयन अस्थाई तौर पर किया जाएगा और इन पदों के लिए किसी भी प्रकार की लिखित परीक्षा का आयोजन नहीं होगा और निर्धारित किए गए पात्रता मापदंडों को पूरा करने वाले कैंडिडेट्स की मेरिट सूची निकालकर उनका चयन होगा और अंतिम में उन्हें साक्षात्कार के आधार पर नियुक्ति मिलेगी।

Balvatika Merge News : यूपी के 10,827 स्कूलों को बालवाटिका बनाने और उनमें पढ़ाने के लिए 1 लाख संविदा ईसीसीई शिक्षकों की तैनाती के आदेश जारी

उत्तर प्रदेश राज्य में शिफ्टिंग की प्रक्रिया जोरों से चलाई जा रही है पहले परिचय दिए प्राथमिक स्कूलों तथा उच्च प्राथमिक स्कूलों को पास के स्कूलों में मर्ज किया जा रहा है मर्ज होने के बाद खाली बच्चे कैंपस में अब बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू की जाएगी इसके लिए आंगनबाड़ी केदो को इन खाली पड़े कैंपसों में शिफ्ट किया जाएगा बता दें इन खाली पड़े विद्यालयों में 3 साल से लेकर 6 साल तक के बच्चों को फ्री प्राइमरी की शिक्षा प्रदान कराई जाएगी जिसके अंदर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और संविदा पर तैनात होने वाले संविदा एजुकेटर इन बच्चों को पढ़ाएंगे। इन खाली पड़े स्कूलों के भौतिक सत्यापन के बाद आंगनबाड़ी केंद्र इन स्कूलों में शिफ्ट कर दिए जाएंगे इसके बाद बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू की जाएगी।


1 लाख से ज्यादा संविदा एजुकेटर किए जाएंगे तैनात

रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश राज्य में एक लाख से भी ज्यादा आंगनबाड़ी केदो को चुना गया है और इनमें बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू करने के लिए तकरीबन 110000 संविदा एजुकेटर तैनात किए जाएंगे फिलहाल 10000 और 8800 संविदा एजुकेटर को तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है आपकी जानकारी के लिए बता दें 110000 संविदा एजुकेटर तैनात करने की प्रक्रिया कई चरणों में पूरी की जाएगी इस योजना को पूरा होने में थोड़ा समय लग सकता है परंतु आने वाले समय में बाल वाटिका शिक्षा को पूरी तरह से संविदा एजुकेटर के हवाले कर दिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश में 10827 स्कूलों को किया गया बंद

रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 10827 स्कूलों को मर्ज कर दिया गया है या कहीं इन स्कूलों में बच्चों की कम संख्या होने के कारण इन्हें पड़ोसी स्कूलों में शिफ्ट कर दिया गया है और इन खाली बच्चे स्कूलों का संपूर्ण रूप से लाभ उठाने के लिए सरकार ने इन स्कूलों को प्री प्राइमरी स्कूलों में बदलने के लिए विभागीय आदेश जारी कर दिए हैं इसके बाद से इन खाली पड़े स्कूलों में बाल वाटिका की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी बता दे इन स्कूलों में 3 साल से लेकर 6 साल तक के बच्चों को आंगनवाड़ी में प्री प्राइमरी की शिक्षा दी जा रही है और यह शिक्षा आंगनवाड़ी सहायिका और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है और उनकी सहायता के लिए अब संविदा पर एजुकेटर रखे जाएंगे जो बाल वाटिका की पढ़ाई में मदद करेंगे इसके लिए 20000 संविदा एजुकेटर की तैनाती के आदेश जारी कर दिए गए हैं और पहले चरण की प्रक्रिया जारी हैl


Pre Primary CTET News : बाल वाटिका शिक्षक बनने के लिए अलग से CTET कराएगा सीबीएसई बोर्ड, एनसीटीई तैयार कर रहा प्रारूप

 केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी कि सीटेट की न्यूनतम जानकारी सामने आ रही है जिसके मुताबिक नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के अंदर सीटेट परीक्षा में एक बड़ा बदलाव किया जा रहा है इस बदलाव के मुताबिक सीटेट परीक्षा का आयोजन अब 2 नहीं बल्कि पूरे 4 स्तरों पर कराया जाएगा जिसका प्रारूप तैयार हो रहा है


 अब प्री प्राइमरी शिक्षकों के लिए सीटेट की परीक्षा को आयोजित करने के लिए अलग लेवल निर्धारित किए जाएंगे यह खबर सूत्रों के मुताबिक पता चली है और अगर ऐसा होता है तो केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का पूरा संचालन पूर्ण रूप से बदल जाएगा तो चलिए जानते हैं क्या है यह बदलाव और इसकी पूरी रिपोर्ट।

एनसीटीई कर रही सीटेट परीक्षा में बड़ा बदलाव

सीटेट परीक्षा में बदलाव को लेकर एक बड़ा विषय बना हुआ है और सीटेट अपनी शुरुआत से ही अभी तक सबसे बड़े बदलाव की कगार पर पहुंच चुका है हालांकि एनसीटीई और सीबीएसई दोनों ने मिलकर इस खबर की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है परंतु विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक सीटेट अब दो स्टार की बजाय पूरे चार स्तरों पर किया जाएगा और इसका प्रारूप तैयार किया जा रहा है इस नए प्रारूप के चलते प्राइमरी लेवल से पहले प्री प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए भी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा कराई जाने को लेकर चर्चा जोरों से चल रही है।

एनसीटीई अधिनियम 2025 से होंगे बड़े बदलाव

मीडिया रिपोर्ट्स का मानना है की केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 2025 आगामी एनसीटीई अधिनियम के प्रभाव से कई विभिन्न लेवल पर पुनर्गठित होगी और ऐसे में अगर इसे लागू किया जाता है तो शिक्षकों की पूरी प्रक्रिया ही चेंज हो जाएगी सीटेट परीक्षा में इस बड़े बदलाव की तैयारी एनसीटीई और सीबीएसई के जरिए संयुक्त रूप से की जा रही है जहां पहले दो लेवल पर परीक्षा आयोजित होती थी अब इसे बदलकर सीनियर लेवल से लेकर प्री प्राइमरी लेवल तक बढ़ा दिया गया है अब प्री प्राइमरी में शिक्षकों के लिए भी सीटेट परीक्षा आयोजित कराए जाने की तैयारी चल रही है जिसे सीबीएसई के द्वारा संपन्न किया जाएगा।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 में बाल वाटिका को महत्व

NEP 2020 में बाल वाटिका को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है जिसमें तीन से 6 साल तक के बच्चे शामिल हैं इन बच्चों को लेकर एनसीटीई एक बड़ा बदलाव करने जा रही है और अब प्री प्राइमरी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित करने को लेकर प्रारूप जारी किया गया है बता दे सीटेट परीक्षा में अब पूरे 4 लेवल निर्धारित हुए हैं जिसकी तैयारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीबीएसई द्वारा प्री प्राइमरी प्राइमरी अपर प्राइमरी और सीनियर सेकेंडरी शिक्षकों के लिए भी अब सीटेट परीक्षा का आयोजन होगा।

स्टेट परीक्षा में यह बड़ा बदलाव क्यों?

सीटेट परीक्षा में है बड़ा बदलाव शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और उसे सुधारने के लिए सीबीएसई तथा एनसीटीई के द्वारा किया जा रहा है अब परीक्षा को चार स्तरों में विभाजित करके शिक्षकों की भूमिका के साथ अधिक सटीक रूप से संरक्षित करने विशेष रूप से उच्च कक्षाओं के लिए और प्रारंभिक बाल्यावस्था प्राथमिक उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक स्कूलों में बच्चों की शिक्षा के लिए विभिन्न प्रमाण पत्र देकर अध्यापकों की भूमिका को और ज्यादा विशेष बनाना है।


प्री प्राइमरी शिक्षा बनेगी बच्चों की बुनियाद


2020 की नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में प्री प्राइमरी शिक्षा को शिक्षा की बुनियाद माना गया है जिस पर विभागों द्वारा विशेष जोर दिया जा रहा है प्री प्राइमरी शिक्षा को लेकर खास तौर पर बड़े बदलाव किए जा रहे हैं और विभिन्न बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं ऐसे में शिक्षक पात्रता परीक्षा अब प्री प्राइमरी शिक्षकों को भी देनी पड़ सकती है अगर नए प्रारूप को मंजूरी मिलती है तो सीटेट परीक्षा चार भागों में आयोजित की जाएगी परंतु अभी तक एनसीटीई और सीबीएसई द्वारा इस मामले की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।


TET for Teacher's: टीचर्स डे से पहले शिक्षकों को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, नौकरी बचानी है तो पास करनी होगी ये परीक्षा

सुप्रीम कोर्ट की ओर से जस्टिस दिपांकर दत्ता और ऑगस्टिन जॉर्ज मसीह की बेंच ने 1 सितंबर को शिक्षक पात्रता परीक्षा के संबंध में बड़ा निर्णय दिय...